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DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer Everest Ki Chunauti

DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer Everest Kee Chunauti (एवरेस्ट की चुनौती) are prepared by Hindi subject experts. With the help of these solutions for Class 7 Hindi Gyan Sagar Book, you can easily grasp basic concepts better and faster. Here at SOLUTIONGYAN, chapter 8 Everest Ki Chunauti of Hindi book exercises provided at the end of the chapter will be a useful resource for DAV Class 7 students.

Here, we provide complete solutions of DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Everest Ki Chunauti of Gyan Sagar Hindi Textbook. These exercise of Hindi chapter 8 contains 6 questions and the answers to them are provided in the DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer Everest Ki Chunauti.

Solutions of DAV Class 7 Hindi chapter 8 Everest Ki Chunauti of Hindi is help to boost the writing skills of the students, along with their logical reasoning. Students of class 7 can go through Hindi Gyan Sagar chapter 8 solutions to learn an effective way of expressing their answer in the dav school Hindi exam.

DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Everest Ki Chunauti Solutions

DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Everest Ki Chunauti Solutions is given below. Here DAV Class 7 Hindi Gyan Sagar chapter 8 question answer is provided with detailed explanation.

Highlights

DAV Class 7 students are more likely to score good marks in Hindi exam if they practise DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer Everest Ki Chunauti regularly.

DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer

1. संसार के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर को किस-किस नाम से पुकारा जाता है?”

उत्तर: संसार के सबसे ऊँचे पर्वत शिखर को ‘एवरेस्ट’ के नाम से पुकारा जाता है। एवरेस्ट को तिब्बती भाषा में ‘चौमोलुंगमा’ और नेपाली भाषा में ‘सगरमाथा’ के नाम से भी जाना जाता है।

2. लेखक को साँस लेने में कठिनाई क्यों होने लगी?

उत्तर: लेखक को सॉस लेने में कठिनाई हो रही थी क्योंकि बूटों में लगे कील की वजह से ऑक्सीजन के सिलेंडर की नली में छेद हो गए थे और ऑक्सीजन कहीं और से निकलता जा रहा था।

3. ‘हिलेरी की चिमनी’ लेखक के लिए चिंता का विषय क्यों थी?

उत्तर: ‘हिलेरी की चिमनी’ लेखक के लिए चिंता का विषय था क्योंकि यह चट्टान और बर्फ के ढेर के बीच 13 मीटर ऊँची खड़ी है। अत्यधिक चिकनी होने के कारण इसपर हाथ या पैर जमाने की कोई जगह नहीं है और इसे पार करने के बाद ही शिखर पर पहुंचा जा सकता है।

4. लक्ष्य तक पहुँचते-पहुँचते लेखक को क्यों लगा कि चढ़ाई कभी ख़त्म नहीं होगी?

उत्तर: हिलेरी की चिमनी पार करने के बाद भी कम ढलान वाली पहाड़ी पार करने में बहुत समय और संघर्ष करना पड़ रहा था। साँस लेना पहले से ज्यादा मुश्किल हो गया था और हर बढ़ता कदम थका देने वाला साबित हो रहा था। इस वजह से लक्ष्य तक पहुँचते-पहुँचते लेखक को लगने लगा कि चढ़ाई कभी खत्म नहीं होगी।

5. एवरेस्ट-शिखर पर चढ़कर उन्होंने क्या-क्या देखा?

उत्तर: एवरेस्ट की शिखर पर पहुँचकर पर्वतारोहियों ने पिछले दल द्वारा गाड़ा हुआ तिरंगा झंडा देखा, उत्तर की ओर तिब्बती पठार पर नजर डाली, दक्षिण की ओर भारत के मैदान की तरफ देखा। उन्होंने आइने की तरह चमकता और सवेरे की धुंध में तैरता थ्यागबोचे मठ भी देखा।

6. उचित विकल्प पर सही का निशान लगाइए-

(क) कैंप 4 के तंबू एक पाँत में लगाए थे क्योंकि-

उत्तर: स्थानाभाव था।

(ख) एवरेस्ट का शिखर ऐसे लग रहा था मानो-

उत्तर: एक छोटी सफेद घुमावदार मेहराब-सी हो।

(ग) एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर सभी प्रसन्न थे, क्योंकि-

उत्तर: अब उन्हें और चढाई नहीं करनी थी।

1. अनेक कठिनाइयों का सामना करने के बाद एवरेस्ट-शिखर पर पहुँचकर लेखक और उसके साथियों ने क्या किया?

उत्तर: अनेक कठिनाइयों का सामना करने के बाद एवरेस्ट शिखर पर पहुँचकर लेखक और उसके साथियों ने एक दूसरे को बधाइयाँ दीं और ज़ोर-ज़ोर से एक दूसरे की पीठ ठोंकने लगे। चारों तरफ के दृश्य को देखने के लिए उन्होंने नजरें दौड़ाई। तिरंगा झंडा लहराया और भगवान की पूजा-अर्चना भी की। इसके बाद उन्होंने फोटो खींचना शुरू किया।

2. एवरेस्ट की चढ़ाई करने के लिए एक रस्से में बँधना क्यों जरूरी होता होगा?

उत्तर: एवरेस्ट की चढ़ाई करने के लिए एक-दूसरे को रस्से में बाँधना जरूरी होता है क्योंकि ऐसे में सब साथ रहते हैं और किसी एक के फिसलने या गिरने पर दूसरे पर्वतारोहियों के बल से उन्हें बचाया जा सकता है।

3. एवरेस्ट पर चढ़ाई करना बहुत मुश्किल है। आपको कौन-कौन से काम मुश्किल लगते हैं और क्यों?

उत्तर: एवरेस्ट की चढ़ाई करना बहुत मुश्किल है पर मुझे इससे भी ज्यादा मुश्किल अपनी बुरी आदतों को सुधारना लगता है। इसके अलावा गणित के सूत्रों को याद कर उनका प्रयोग करना भी मेरे लिए बहुत मुश्किल काम है।

4. कोई ऐसी घटना बताइए जब आप अपनी खुशी न छुपा पाए हों।

उत्तर: जब कक्षा सातवीं में मैं पूरे विद्यालय में अधिकतम अंक प्राप्त किया था तब चाहकर भी मैं अपनी खुशी को छिपा नहीं पा रहा था।

1. कल्पना कीजिए कि आप एवरेस्ट शिखर पर पहुँच गए हैं, तो आप वहाँ पर क्या करेंगे?

उत्तर: यदि मैं एवरेस्ट शिखर पर पहुँच जाऊँ तो सबसे पहले मैं अपने ईश्वर की आराधना करूँगा, अपनी ढेर सारी सेल्फी लूँगा, हो सके तो उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करूँगा और अपने आगे के आरोहण की तैयारी भी करूँगा।

2. यदि आपका चुनाव अंतरिक्ष यात्रा के लिए हो जाता है, तो आप कौन-से ग्रह पर जाना पसंद करेंगे और क्यों?

उत्तर: यदि मेरा चुनाव अंतरिक्ष यात्रा के लिए हो जाता तो सबसे पहले मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता और मंगल ग्रह पर जाने की इच्छा रखता क्योंकि लोग जीवन में मंगल ढूँढ़ते हैं मैं मंगल में जीवन ढूँढता और अपने आपको अमर कर लेता।

1. दिए गए शब्दों को ध्यान से पढ़िए-

ऊँचाई, चढ़ाई, कुशलता, प्रसन्नता, कठिनाई, निराशा, गर्व, सहायता

पाठ में आए यह शब्द भाववाचक संज्ञा के उदाहरण है।

ऐसे ही कोई तीन शब्द और लिखिए-

(क) बचपन, (ख) बुढ़ापा, (ग) ख़ुशी

2. नीचे दिए गए युग्म-शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए-

(क) करीब-करीब- मैं करीब-करीब आपकी बात समझ गया हूँ।

(ख) एक-दूसरे- हमें एक-दूसरे का साथ देना चाहिए।

(ग) रोम-रोम- खुशी के कारण मेरा रोम-रोम पुलकित हो गया।

(घ) इधर-उधर- चलते वक्त इधर-उधर भी नजरें दौड़ानी चाहिए।

3. दिए गए शब्दों में से उपसर्ग और मूल शब्दों को अलग-अलग करके लिखिए-

     शब्द              उपसर्ग            मूल शब्द

(क) प्रमुख-              प्र          +        मुख

(ख) निराशा-           निर        +       आशा

(ग) सतर्क-               स         +        तर्क

(घ) उपयोग-            उप        +       योग

(ङ) अज्ञात-              अ         +       ज्ञात

संसार को इस छत पर खड़े होकर और अपने नीचे मीलों दूर तक देखते हुए मेरे मन में जो भावनाएँ उठी, उनमें सबसे प्रमुख भावना विनय की थी।

1. एवरेस्ट की चोटी पर खड़े होकर लेखक को किस जीवन-मूल्य का ख्याल आया और क्यों?

उत्तर: दुनिया की सबसे ऊँची चोटी एवरेस्ट पर खड़े होकर भी लेखक को गर्व का अनुभव नहीं हुआ उसने विनीत भाव से ईश्वर की उपासना की। अपने दोस्तों से खुशियाँ बॉटी और देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होकर तिरंगा लहराया। इन सब जीवन-मूल्यों का ख्याल लेखक को आया क्योंकि वे एक चिंतनशील व्यक्ति थे।

2. लेखक की एवरेस्ट यात्रा पढ़कर हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

उत्तर: लेखक की एवरेस्ट यात्रा पढ़कर हमें यह प्रेरणा मिलती है कि मनुष्य के दृढ़-संकल्प के आगे कठिन से कठिन लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

1. संसार की पाँच ऊँची चोटियों के नाम खोजिए। अब इन्हें इनकी ऊंचाई के अनुसार घटते क्रम में दी गई तालिका में लिखिए-

DAV Class 7 Hindi Chapter 8 Question Answer Everest Ki Chunauti
पाँच ऊँची चोटियों के नाम

2 एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई करने के लिए जिस-जिस सामान की आवश्यकता होती है, उसकी एक सूची बनाइए।

उत्तर: एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई करने के लिए रस्सी, अल्युमीनियम की सीढ़ियाँ, कील लगे जूते, ऑक्सीजन थैली, छुरी, कुल्हाड़ी, विशेष पोशाक आदि की आवश्यकता पड़ती है।

3. पता कीजिए कि कौन-कौन सा भारतीय एवरेस्ट-शिखर पर पहुँच चुका है?

उत्तर: प्रेमलता अग्रवाल, एचपीएस अहलूवालिया, अवतार सिंह चीमा, कल्पना दाश आदि भारतीय पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट शिखर पर चढ़ाई की है।

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