DAV Class 7 Hindi Chapter 19 Question Answer Ganeshotsava (गणेशोत्सव) are prepared by Hindi subject experts. With the help of these solutions for Class 7 Hindi Gyan Sagar Book, you can easily grasp basic concepts better and faster. Here at SOLUTIONGYAN, chapter 19 Ganeshotsava of Hindi book exercises provided at the end of the chapter will be a useful resource for DAV Class 7 students.
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DAV Class 7 Hindi Chapter 19 Ganeshotsava Solutions
DAV Class 7 Hindi Chapter 19 Ganeshotsava Solutions is given below. Here DAV Class 7 Hindi Gyan Sagar chapter 19 question answer is provided with detailed explanation.
Highlights
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DAV Class 7 Hindi Chapter 19 Question Answer
पाठ में से
1. ‘गणेश चतुर्थी’ को अन्य किस नाम से पुकारा जाता है?
उत्तर: ‘गणेश चतुर्थी’ को ‘विनायक चतुर्थी’ के नाम से भी पुकारा जाता है।
2. गणपति को किसका देवता माना गया है? प्रत्येक कार्य से पहले उनका पूजन क्यों किया जाता है?
उत्तर: गणपति को विघ्न नाशक और बुद्धि का देवता माना जाता है। किसी भी काम को करने में कोई बाधा न आए और हमारी बुद्धि उस काम को सही से करने के लिए प्रेरित हो इसलिए किसी भी काम को करने से पहले गणपति का पूजन किया जाता है।
3. कार्तिकेय ने पृथ्वी की परिक्रमा की थी लेकिन मोदक गणेश जी को मिला क्यों?
उत्तर: कार्तिकेय ने पृथ्वी की परिक्रमा की थी पर मोदक गणेश जी को मिला क्योंकि उन्होंने पृथ्वी के स्थान पर अपने माता पिता की परिक्रमा पूरे श्रद्धा से की थी और माता-पिता सारी पृथ्वी से भी महान होते हैं।
4. ‘रामा’ या ‘बालू’ कौन होते हैं? गणेशोत्सव के दिनों में ये क्या काम करते हैं?
उत्तर: ‘रामा’ या ‘बालू’ महाराष्ट्र के घरों में काम करने वाले लोग होते हैं। गणेशोत्सव के दिनों में ये घर-घर नाचने आते हैं और यह सिलसिला अनंत चतुर्दशी यानी गणपति विसर्जन के दिन तक चलता रहता है।
5. जो गणपति का विसर्जन करने नहीं जाते वे क्या करते हैं?
उत्तर: जो गणपति का विसर्जन करने नहीं जाते वे सार्वजनिक गणेशोत्सव की बड़ी मूर्ति के साथ अपने घर की छोटी मूर्ति रख देते हैं और इन्हीं बड़ी मूर्तियों के साथ छोटी-छोटी मूर्तियों का भी विसर्जन हो जाता है।
6. पाठ के आधार पर नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। सही कथनों के सामने सही का और गलत कथनों के सामने गलत का चिह्न लगाइए। गलत कथन को सही करके दोबारा कॉपी में लिखिए-
(क) गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की मूर्ति को घर लाकर उसकी पूजा की जाती है।
उत्तर: सही
(ख) इस अवसर पर विशेष रूप से खीर तैयार की जाती है।
उत्तर: गलत
(ग) तिलक के जमाने से गणेशोत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने की प्रथा शुरू हुई।
उत्तर: सही
(घ) गणपति शैव परिवार का एक प्रमुख देवता है।
उत्तर: सही
(ङ) शहर में गणेशोत्सव बीस दिन तक चलता है।
उत्तर: गलत
(च) अनंत चतुर्दशी को गणपति विसर्जन की तैयारियाँ शुरू होती हैं।
उत्तर: सही
(छ) गणपति की पूजा केवल महाराष्ट्र में ही की जाती है।
उत्तर: गलत
बातचीत के लिए
1. गणपति और कार्तिकेय का वाहन क्या है?
उत्तर: गणपति का वाहन मूषक और कार्तिकेय का वाहन मयूर हैं।
2 गणपति की खूबसूरत मूर्तियाँ किन कारीगरों द्वारा बनाई गई?
उत्तर: गणपति की खूबसूरत मूर्तियाँ महाराष्ट्र के पेण नाम की जगह के कारीगरों द्वारा बनाई गईं थीं।
3. गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए। इसके पीछे किस पौराणिक कथा का उल्लेख किया गया है?
उत्तर: गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए इसके पीछे एक पौराणिक कथा है जिसमें गणपति चूहे पर सवार होकर जल्दबाजी में कहीं जा रहे थे और हड़बड़ाहट में नीचे गिर पड़े। यह देखकर चंद्रमा को हँसी आ गई। गणपति चिढ़ गए और उन्होंने चंद्रमा को श्राप दे दिया कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखने वाले पर चोरी का आरोप लगेगा।
4. गणपति का विसर्जन किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर: गणपति का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन पूरे हर्षोल्लास के साथ किया जाता है। विसर्जन के दिन लोग कतार में खड़े होकर लेजियम बजाते हैं और भजन-कीर्तन करते हैं। इस जुलूस में गुलाल भी उड़ाया जाता है और गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया, गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लौकर या’ के नारे लगाए जाते हैं।
अनुमान और कल्पना
1. आप गणेश चतुर्थी का त्योहार कैसे मनाना चाहेंगे?
उत्तर: मैं गणेश चतुर्थी के त्योहार को अपने मोहल्ले वालों के सहयोग से भव्य रूप में मनाना चाहूँगा और साथ ही साथ पौराणिक कथाओं का नाटक मंचन की भी व्यवस्था करूँगा।
2. किसी तरह की हानि होने के डर से बच्चों को सरल काम दे दिए जाते हैं। दीपावली के अवसर पर बच्चों को कौन-कौन से काम दिए जा सकते हैं?
उत्तर: दीवाली के समय बच्चों को सूती कपड़े पहनने का काम दिया जा सकता है। पटाखे न जलाने के निर्देश दिए जा सकते हैं। घर की साफ़-सफाई के काम भी दिए जा सकते हैं।
भाषा की बात
1. ध्यानपूर्वक पढ़िए-
- सुबह से बड़े जोर-शोर से तैयारियाँ शुरू हो गई।
- बाजार में बड़ी भीड़-भाड़ थी।
- गाजे-बाजे के साथ मूर्ति घर पर ले आए।
ऊपर लिखे वाक्यों में शब्द युग्मों का प्रयोग हुआ है। जैसे-ज़ोर-शोर, भीड़-भाड़, गाजे-बाजे। अब आप नीचे दिए शब्द युग्मों का वाक्य में प्रयोग कीजिए-
(क) ऊबड़-खाबड़ – गाँव के रास्ते ऊबड़-खाबड़ वाले होते हैं।
(ख) अनाप-शनाप – कुछ लोग अनाप-शनाप बोलते हैं।
(ग) चाय-वाय – मेहमानों के लिए चाय-वाय का प्रबंध करो।
(घ) झूठ-मूठ – राकेश अधिकतर झूठ-मूठ की बातें करता है।
2. नीचे दिए वाक्यों के सामने उनमें प्रयुक्त अकर्मक-सकर्मक क्रिया लिखिए-
(क) बच्चे चहक रहे थे।
उत्तर: चहक रहे थे।
(ख) गणेश चतुर्थी के दिन मोदक बनाए जाते हैं।
उत्तर: बनाए जाते हैं
(ग) मंजीरे घड़ियाल बच्चों को दे दिए।
उत्तर: दे दिए।
(घ) कार्तिकेय को ही मोदक मिलेगा।
उत्तर: मिलेगा।
3. नीचे दिए गए शब्दों के अर्थ शब्द-कोश में से ढूँढकर लिखिए। साथ ही इन शब्दों को शब्द-कोश के क्रमानुसार लिखिए-
विनायक, निर्भर, सार्वजनिक रक्षक, अर्पण, परिक्रमा, पौराणिक, सर्वप्रथम, प्रथा, स्मरण।
उत्तर:
अर्पण – भेंट
निर्भर – आश्रित
परिक्रमा – चक्कर लगाना
पौराणिक – पुराण से संबंधित
प्रथा – नियम
रक्षक – रक्षा करने वाला
विनायक – गणेश
सर्वप्रथम – सबसे पहले
सार्वजनिक – सभी के लिए
स्मरण – याद
जीवन मूल्य
1. द्वार रक्षक ने अपना कर्त्तव्य पूरी तरह निभाना चाहा तो उसे हानि उठानी पड़ी। आप अपने कौन-कौन से कर्तव्य मानते हैं? उन्हें किस तरह पूरा करते हैं?
उत्तर: मैं अपनी पढ़ाई-लिखाई, अनुशासन पालन और आदर्श पुत्र होने को अपना कर्त्तव्य मानता हूँ और इनका निर्वाह मैं पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करता हूँ।
2. माता-पिता की परिक्रमा पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा के बराबर है और माता-पिता का स्थान ईश्वर से भी बड़ा है। क्या आप भी गणेश जी की तरह अपने माता-पिता को सर्वोच्च महत्त्व देते हैं? किस तरह?
उत्तर: मैं अपने माता-पिता को सर्वोच्च स्थान देता हूँ क्योंकि आज मेरा अस्तित्व उन्हीं की देन है। मैं चाह कर भी कभी भी अपने माता-पिता के ऋण से मुक्त नहीं हो पाऊँगा इसलिए मैं उनकी हर बात मानता हूँ और उनके द्वारा निर्देशित कार्यो को पूरा करता हूँ।
3. आपको कौन-सा त्योहार अच्छा लगता है और उससे आपको क्या प्रेरणा मिलती है? यह भी बताइए कि आप उसे किस प्रकार मनाते हैं?
उत्तर: मुझे सरस्वती पूजा बहुत अच्छी लगती है क्योंकि इस दिन हम विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा करते हैं और यह प्रार्थना करते हैं कि हमें विद्या रूपी अमूल्य धन से संवर्धित करें।
कुछ करने के लिए
1. आपने अपने आस-पास के लोगों को अनेक त्योहार मनाते देखा होगा। आपको इन त्योहारों में कुछ बातें ऐसी अवश्य नज़र आई होंगी जो लगभग हर त्योहार में होती हैं। ऐसी विशेषताओं की एक सूची बनाइए-
त्योहार विशेषताएँ
होली – रंगों का प्रयोग
दीपावली – दीपों का प्रज्वलन
दुर्गापूजा – मेलें
नुआखाई – गाय-बैलों की पूजा