DAV Class 7 Hindi Chapter 11 Question Answer Us Raat Ki Baat (उस रात की बात) are prepared by Hindi subject experts. With the help of these solutions for Class 7 Hindi Gyan Sagar Book, you can easily grasp basic concepts better and faster. Here at SOLUTIONGYAN, chapter 11 Us Raat Ki Baat of Hindi book exercises provided at the end of the chapter will be a useful resource for DAV Class 7 students.
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DAV Class 7 Hindi Chapter 11 Us Raat Ki Baat Solutions
DAV Class 7 Hindi Chapter 11 Us Raat Ki Baat Solutions is given below. Here DAV Class 7 Hindi Gyan Sagar chapter 11 question answer is provided with detailed explanation.
Highlights
DAV Class 7 students are more likely to score good marks in Hindi exam if they practise DAV Class 7 Hindi Chapter 11 Question Answer Us Raat Ki Baat regularly.
DAV Class 7 Hindi Chapter 11 Question Answer
पाठ में से
1. बुढ़िया के पैसे माँगने पर लेखक ने क्या समझा?
उत्तर: बुढ़िया के पैसे माँगने पर लेखक ने उसे भिखारिन समझ लिया। पर जब वह बुढ़िया कागज़ का टुकड़ा दिखाने लगी जिसमें कुछ दवाइयों के नाम लिखे हुए थे तो लेखक को लगा कि ये बुढ़िया ज़्यादा पैसे ऐंठने की कोशिश कर रही है।
2. रात में लेखक को डर क्यों लगने लगा?
उत्तर: लेखक की गाड़ी जहाँ खराब हुई थी वह एक बीहड़ जंगल था। वहाँ गीदड़ों की हुआ-हुआ की आवाजें सुनाई पड़ रही थीं। जंगली जानवरों के साथ-साथ चोर लूटेरों का डर भी लेखक को सता रहा था इसलिए रात में लेखक को डर लगने लगा।
3. लेखक को अपने उस दिन के व्यवहार पर शर्मिंदा क्यों होना पड़ा?
उत्तर: लेखक को अपने उस दिन के व्यवहार पर शर्मिंदगी महसूस हो रही थी क्योंकि उसने बुढ़िया को ज्यादा पैसे ऐंठने वाली समझकर उसकी मदद नहीं की थी और आज विपत्ति के समय उसे उसी बुढ़िया के घर में शरण मिली थी।
4. बुढ़िया के घर से लौटते समय लेखक ने क्या प्रण किया?
उत्तर: बुढ़िया के घर से लौटते समय लेखक ने यह प्रण किया कि आज के बाद वह मानवता को सबसे ऊँचा स्थान देगा और अपनी योग्यता अनुसार हर जरूरतमंद की मदद करेगा।
5. बुढ़िया के चरित्र की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: बुढ़िया की चारित्रिक विशेषताएँ हैं-
- वह एक ईमानदार स्त्री है।
- उसमें मानवीय संवेदना भरी हुई है।
- वह विपत्ति में पड़े लोगों की मदद करती है।
6. नीचे दिए गए कथन, किसने कहे, किससे कहे, लिखिए-
(क) मेरा बेटा बहुत बीमार है।
किसने कहा- बुढ़िया ने
किससे कहा- लेखक से
(ख) कह देना कि और घरों से माँग ले।
किसने कहा- लेखक ने
किससे कहा- अपनी बेटी से
7. नीचे प्रत्येक प्रश्न के चार-चार उत्तर दिए गए हैं। उचित उत्तर पर सही का चिह्न लगाइए-
(क) लेखक ने अपनी बेटी से भिखारिन को क्या देने को कहा?
उत्तर: दो-चार पैसे
(ख) लेखक को कितने महीने बाद शहर से दूर जाना पड़ा?
उत्तर: तीन महीने बाद
(ग) मिस्त्री को कौन बुलाकर लाया?
उत्तर: बुढ़िया का बेटा
(घ) बुढ़िया ने लेखक को क्या खाने को दिया?
उत्तर: बाजरे की रोटी, बथुए का साग
बातचीत के लिए
1. बेटी द्वारा पैसे दिए जाने पर बुढ़िया ने क्या कहा?
उत्तर: बेटी द्वारा पैसे दिए जाने पर बुढ़िया ने पैसे लेने से इंकार करते हुए कहा कि मेरे पास इतना समय नहीं है कि मैं घर-घर जाकर पैसे माँगू। विपदा में मेरी मदद करें। ऊपरवाला आपका घर भरा रखेगा।
2. “सुन लिया न? नखरे भी पूरे दिखा रही है। इससे बात करना ही बेकार है। छोड़ो चली जाएगी अपने-आप।“ इससे लेखक के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर: इन वाक्यों से लेखक की तुच्छ मानसिकता का बोध होता है। उनमें मानवीयता का ह्रास होता दिखता है और अपनी बातों को सही साबित करने के लिए वे यह भी कहते हैं कि ये सब पैसे ऐंठने के तरीके हैं।
3. रात में आपको किस-किस से डर लगता है और क्यों?
उत्तर: रात में मुझे चूहों से डर लगता है क्योंकि चूहे सामानों पर उछलते-कूदते रहते हैं जिससे न तो मुझे चैन की नींद आती है और न ही सामानों के खराब हो जाने के भय से मैं मुक्त हो पाता हूँ।
4. लेखक की मोटर साइकिल कहाँ खराब हो गई थी और किसने ठीक की?
उत्तर: लेखक की मोटरसाइकिल बीहड़ जंगल में खराब हो गई थी और उसे अगले दिन एक मिस्त्री ने ठीक किया।
अनुमान और कल्पना
1. बुढ़िया लेखक को रात में अपने घर ठहरने के लिए न कहती तो लेखक क्या करता?
उत्तर: यदि बुढ़िया लेखक को रात में अपने घर में ठहरने के लिए न कहती तो लेखक कहीं और शरण की तलाश करने लगता।
2. आपने अक्सर लोगों को भीख माँगते देखा होगा। कहाँ-कहाँ देखा है? बताइए वे भीख क्यों माँगते होंगे?
उत्तर: मैंने मंदिरों के बाहर, रेलवे स्टेशन फूटपाथ आदि जगहों पर भिखारियों को भीख माँगते देखा है। उनके भीख माँगने के पीछे उनकी मानसिक विकलांगता के साथ साथ कुछ गिरोह का हाथ भी होता है जो उनसे जबरन भीख मँगवाते हैं।
3. इस कहानी का शीर्षक ‘उस रात की बात’ क्यों रखा गया है? आप इस कहानी का कोई एक अन्य शीर्षक बताइए। साथ ही यह भी बताइए कि आपने यह शीर्षक क्यों रखा?
उत्तर: इस कहानी का नाम ‘उस रात की बात’ रखा गया है क्योंकि लेखक को अपनी गलती का एहसास उसी रात को होता है जब वह शरण लेने उसी बुढ़िया के घर पहुँचता है जिसे उसने कभी कपटी समझा था। मैं इस कहानी के लिए ‘लौट आया आत्म-विवेक’ शीर्षक रखना चाहूँगा क्योंकि लेखक को अपनी गलती का एहसास हो जाने पर वह मानवता का पालन करने का प्रण लेता है।
भाषा की बात
1. पाठ में आए हुए कुछ वाक्य दिए गए हैं। इनके मोटे काले शब्दों के स्थान पर उचित मुहावरे का प्रयोग कीजिए-
(क) बुढ़िया ने कहा यही मेरा एक मात्र सहारा है।
उत्तर: बुढ़िया ने कहा यही मेरे बुढ़ापे की लकुटी है।
(ख) उस दिन की बात सोचते-सोचते पता नहीं कब सो गया?
उत्तर: उस दिन की बात सोचते-सोचते पता नहीं कब आँख लग गई।
(ग) गीदड़ों की हुआ-हुआ सुनकर मैं डर गया।
उत्तर: गीदड़ों की हुआ-हुआ सुनकर मेरे प्राण सूखने लगे।
(घ) बुढ़िया की शक्ल पहचानकर मैं बहुत लज्जित हुआ।
उत्तर: बुढ़िया की शक्ल पहचानकर मैं शर्मिंदा हो गया।
2. पाठ में आए हुए उपसर्ग तथा प्रत्यय लगे कोई तीन-तीन शब्त लिखिए-
उपसर्ग से बने शब्द प्रत्यय से बने शब्द
क. अतिथि परेशानी
ख. अनहोनी ऊपरवाला
ग. बेकार दिखाई
3. नीचे दिए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
(क) अतिथि- हमें अतिथि का अच्छे से सत्कार करना चाहिए।
(ख) विपदा- विपदा सबके जीवन में एक समान नहीं आता है।
(ग) अनहोनी- मेरे साथ हमेशा कोई-न-कोई अनहोनी होती है।
जीवन मूल्य
1. बुढ़िया, उसके पति और बेटे के व्यवहार ने लेखक को मानवता का पाठ पढ़ाया। किसी ऐसी घटना के बारे में बताइए जब आपको किसी से कुछ सीखने को मिला हो।
उत्तर: एक बार मैं अपने घर में टीवी देख रहा था कि तभी दरवाजे पर एक भिखारी आया। मैंने उसे टालने के लिए खिड़की से ही कह दिया, “घर पर कोई भी आदमी नहीं है।” भिखारी ने कहा, “थोड़ी देर के लिए आप ही आदमी बन जाइए और मुझे थोड़ा पानी पिला दीजिए।” इस घटना से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला।
2 प्रस्तुत पाठ हमें अपने जीवन में किन-किन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है? यदि हम उन मूल्यों को अपनाते हैं तो हमें क्या लाभ होगा?
उत्तर: प्रस्तुत पाठ हमें मानवता जैसे अमूल्य जीवन मूल्य को अपनाने के लिए प्रेरित करती है। यदि हम ऐसे जीवन मूल्यों को अपनाएँगे तो सही अर्थों में हम मनुष्य कहलाएंगे और हमारी कीर्ति सदा के लिए अमर हो जाएगी।