DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Question Answer Pongal (पोंगल) are prepared by Hindi subject experts. With the help of these solutions for Class 6 Hindi Gyan Sagar Book, you can easily grasp basic concepts better and faster.
Here at SOLUTIONGYAN, chapter 10 Pongal of Hindi book exercises provided at the end of the chapter will be a useful resource for DAV Class 6 students.
Here, we provide complete solutions of DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Pongal of Gyan Sagar Hindi Textbook. These exercise of Hindi chapter 10 contains 5 questions and the answers to them are provided in the DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Question Answer Pongal.

Solutions of DAV Class 6 Hindi chapter 10 Pongal of Hindi is help to boost the writing skills of the students, along with their logical reasoning. Students of class 6 can go through Hindi Gyan Sagar chapter 10 solutions to learn an effective way of expressing their answer in the dav school Hindi exam.
DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Pongal Solutions
DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Pongal Solutions is given below. Here DAV Class 6 Hindi Gyan Sagar chapter 10 question answer is provided with detailed explanation.
Highlights
DAV Class 6 students are more likely to score good marks in Hindi exam if they practise DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Question Answer Pongal regularly.
DAV Class 6 Hindi Chapter 10 Question Answer
पाठ में से
1. पोंगल का त्योहार किस प्रकार मनाया जाता है?
उत्तर: पोंगल का त्योहार ‘तई’ नामक तमिल महीने की पहली तारीख को मनाया जाता है। सबसे पहले घरों की सफ़ेदी होती है और पुरानी वस्तुओं की होली-सी जलाते हैं। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है, ‘शर्करइ पोंगल’ नामक स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाया जाता है तथा ‘कोलम्’ नामक सुंदर-सुंदर आकृतियाँ भी बनाई जाती है। इस त्योहार में पशुओं के प्रति कृतज्ञता भी प्रकट की जाती है।
2. ‘कोलम्’ किसे कहते हैं? यह कैसे बनाया जाता है?
उत्तर: ‘कोलम्’ सुंदर-सुंदर आकृतियाँ होती हैं जिसे फर्श पर नए चावल के आटे से पोंगल के शुभ अवसर पर बनाया जाता है।
3. ‘शर्करइ पोंगल’ किस प्रकार बनाया जाता है?
उत्तर: ‘शर्करइ पोंगल’ एक स्वादिष्ट व्यंजन है, इसे पोंगल के शुभ अवसर पर नए बर्तनों में दूध, गुड़ और चावल के मिश्रण से बनाया जाता है।
4. ‘माट्टु पोंगल’ के दिन क्या होता है?
उत्तर: ‘माट्टु पोंगल’ के दिन बैलों को सजाया जाता है और उनका भव्य जुलूस गली-कूचों में निकाला जाता है। इस दिन पशुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट की जाती है और बैलों की दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।
5. उचित उत्तर पर सही का निशान लगाइए-
(क) गोपाल की उम्र कितनी थी?
उत्तर: दस बरस
(ख) वे सब कितने महीनों के लिए भारत आ रहे थे?
उत्तर: एक महीने के लिए
(ग) पोंगल पर विशेष रूप से किसकी पूजा-अर्चना की जाती है?
उत्तर: सूर्य की
(घ) किसकी फसल एक साथ निकलती है?
उत्तर: हल्दी और धान की
बातचीत के लिए
1. भारत को त्योहारों का देश क्यों कहा जाता है?
उत्तर: भारत में अनेक धर्म और अनेक भाषा के लोग रहते हैं और उन सबकी सभ्यता और संस्कृति में विविधता होने के कारण भारत में बहुत से पर्व-त्योहार मानए जाते हैं। इसलिए भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है।
2. गोपाल का प्रिय त्योहार पोंगल था।
(क) आपको सबसे अच्छा त्योहार कौन-सा लगता है?
उत्तर: होली मेरा प्रिय त्योहार है।
(ख) यह त्योहार आपको क्यों अच्छा लगता है?
उत्तर: यह त्योहार मुझे इसलिए अच्छा लगता है क्योंकि इस दिन सभी लोग एक दूसरे को बहुत ही प्रसन्नता पूर्वक रंग लगाते हैं और उन से गले मिलते हैं।
(ग) इस त्योहार पर आपके घर में कौन-कौन से पकवान बनाए जाते हैं?
उत्तर: होली के दिन सभी के घरों पर खीर, पूरी, मालपुआ जैसे विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनते हैं।
अनुमान और कल्पना
1. पोंगल के अवसर पर बैलों को कैसे सजाया जाता होगा?
उत्तर: पोंगल के अवसर पर बैलों को नहलाया जाता है फिर उसे टीका, माला और रंगीन कपड़ों से सजाया जाता है।
2. रंगोली बहुत प्रकार से बनाई जाती है-गीले व सूखे रंगों से, फूलों से। मान लीजिए आपको अपने विद्यालय या घर में एक रंगोली तैयार करनी है। इस रंगोली को तैयार करने के लिए आप किस-किस सामान का प्रयोग कर सकते हैं? इनकी एक सूची बनाइए-
उत्तर: फूलों की पंखुड़ियाँ, पत्तियाँ, रंगीन मुर्ज आदि चीज़ों का प्रयोग रंगोली बनाने में किया जाता है।
भाषा की बात
1. पाठ में आए हुए ऐसे चार-चार शब्दों को छाँटिए जिनमें अनुस्वार अथवा अनुनासिक का प्रयोग किया गया हो-
अनुस्वार अनुनासिक
(क) पोंगल (क) हाँ
(ख) इंद्र (ख) खुशियाँ
(ग) भंडार (ग) गाँव
(घ) सुगंध (घ) बाँटते
2. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द पाठ में से ढूंढकर लिखिए-
(क) गमन- आगमन
(ख) दुर्गंध- सुगंध
(ग) कृतघ्नता- कृतज्ञता
(घ) निरर्थक- सार्थक
जीवन मूल्य
- हाँ बेटे! ये त्योहार खुशियाँ बांटते हैं और हमें एक दूसरे के निकट लाते हैं।
1. गोपाल की तरह क्या आपने भी दादा-दादी के साथ कोई त्योहार मनाया है?
उत्तर: हाँ, मैंने अपने दादा-दादी के साथ होली का त्योहार मनाया है।
2. त्योहार हमें आपस में जोड़ते हैं। कैसे?
उत्तर: त्योहार के समय में देश-विदेश में काम करने वाले लोग अपने-अपने गाँव लौट आते हैं। इस दिन लोग अपने पुरानी शत्रुता भूल कर मित्र बन जाते हैं। त्योहार खुशियों का प्रतीक होने के कारण ये हमें आपस में जोड़ते हैं।
3. त्योहार हमारे भीतर कौन-कौन से गुणों को विकसित करते हैं?
उत्तर: त्योहार हमारे अंदर सामाजिक समायोजन का गुण विकसित करते हैं, समूह में कार्य करने की कुशलता के साथ-साथ लोक व्यवहार में भी हमें दक्षता प्राप्त होती है।