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DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Question Answer Nadi Yahan Par

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DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Question Answer Nadi Yahan Par
DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Nadi Yahan Par

DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Nadi Yahan Par Solutions

DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Nadi Yahan Par Solutions is given below. Here DAV Class 5 Hindi chapter 6 question answer is provided with detailed explanation.

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Here, we provide complete solutions of DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Nadi Yahan Par of Bhasha Madhuri Hindi Textbook.

These exercise of Hindi chapter 6 contains 15 questions and the answers to them are provided in the DAV Class 5 Hindi Chapter 6 Question Answer.

1. नदी चलते-चलते कैसे-कैसे आकार बदलती है?

उत्तर: नदी कहीं सीधी बहती है तो कहीं टेढ़ी, चलते-चलते कहीं करारों में छिपती है तो मैदानों में आकर पूरी तरह से गायब ही हो जाती है, ऐसा लगता है की नदी लुका-छिपी का खेल खेल रही हो। इस तरह नदी अपना आकार बदलती है।

2. नदी का बहाव पर्वत पर कैसा होता है और नीचे आने पर कैसा हो जाता है?

उत्तर: नदी का बहाव पर्वत पर बहुत तेज़ होता है और नीचे समतल भूमि पर आते ही उसकी चाल धीमी हो जाती है।

3. नदी हमारे लिए क्या-क्या करती है?

उत्तर: नदी हमें अपने पानी के रूप में जीवन देती है। नदी के जल से खेतों की सिंचाई होती है, जिससे फसल उगते हैं और चारों तरफ हरियाली फैल जाती है।

4. कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए-

(क) चलते-चलते सागर को

उत्तर: आखिर में वह पाती है।

(ख) सींच-सींचकर खेतों को

उत्तर: फसल बनाती है धानी।

(ग) खेल-खेलती लुका-छिपी

उत्तर: बिलकुल ही खो जाती है।

(घ) एक दीए-सी जगर-मगर

उत्तर: सदा रहेगी जलती ही।

5. कविता की पंक्तियों को पढ़कर उचित उत्तर पर सही का निशान लगाइए-

बहुत तेज़ थी पर्वत पर

लेकिन नीचे जब आई

धीमी-धीमी चाल हुई

जैसे थककर सुस्ताई

(क) नदी की चाल कहाँ धीमी हो जाती है?

उत्तर: मैदानी भाग में

(ख) पर्वत पर नदी की गति तेज़ कैसे हो जाती है?

उत्तर: जब नदी ऊपर से नीचे की ओर आती है।

1. बताइए तालाब, नदी, नहर, सागर, महासागर में क्या अंतर है?

उत्तर: तालाब- एक छोटे-से गड्ढे वाले क्षेत्र में जब बारिश का पानी भर जाता है और वह पानी बहुत दिनों तक लोगों के द्वारा छोटे-मोटे कामों के लिए प्रयोग में लाया जाता है तो उसे तालाब कहते हैं।

नदी- नदी का उद्गम स्थल पर्वत होता है। यह पहाड़ों से निकलती हुई एक लंबी राह तय करती है और अंत में सागर से मिल जाती है।

सागर- एक बहुत बड़ा लवण जल समूह जो बड़े-बड़े हिमखंडों से जुड़ा होता है जिसमें नदियाँ आकर मिलती हैं।

महासागर- एक विशाल लवण जल समूह जो बहुत ही सागरों से मिलकर बनता है और महादेशों को विभाजित करता है।

2. नदी की शुरुआत कहाँ से होती है और नदी में पानी कहाँ-कहाँ से आता है?

उत्तर: नदी की शुरूआत पर्वतों से होती है, और नदी में बारिश का पानी आता है।

3. आजकल नदियों का पानी गंदा और कम क्यों होता जा रहा है?

उत्तर: आजकल घर और कारखानों से निकलने वाला गंदा द्रव्य नदियों में छोड़ दिया जाता है, साथ ही साथ निर्माण कार्य और कारखानों में बहुत मात्रा में नदी के जल को प्रयोग में लाया जा रहा है इसलिए आजकल नदियों का पानी गंदा और कम होता जा रहा है।

1. विचार कीजिए अगर नदी में जल की जगह दूध होता तो क्या होता?

उत्तर: अगर नदी में जल की जगह दूध होता तो पानी से जुड़ी समस्या पैदा हो जाती।

2. अगर नदी अपने बारे में स्वयं बताती तो वह कैसे बताती?

मैं नदी हूँ। मेरे जीवन का सफ़र अनोखा है। मेरी शुरुआत….

उत्तर: मैं नदी हूँ। मेरे जीवन का सफ़र अनोखा है। मेरी शुरुआत पहाड़ों से होती है और एक लंबी राह तय करते हुए मैं बहुतों की प्यास बुझाती हूँ। परंतु मेरे साथ बहुत ही अन्याय होता है।

घरों और कारखानों से निकलने वाला अपद्रव्य मुझमें बहा दिया जाता है जिससे मैं दूषित हो जाती हूँ। मेरे जल में रहने वाले अनेक जलीय जीव भी मर जाते हैं। मेरा अस्तित्व भी खतरे में आ जाता है। इसी तरह अंत में मैं सागर से मिल जाती हूँ।

1. नीचे लिखे शब्दों के अर्थ का अंतर वाक्य प्रयोग करके स्पष्ट कीजिए-

(क) चाल: समतल भूमि में नदी की चाल धीमी हो जाती है।

(ख) चलती: रीमा धीर-धीरे चलती है।

(ग) चलते-चलते: चलते-चलते मेरे पैरों में दर्द होने लगा।

2. पाठ में आए दस क्रिया शब्द छाँटकर शब्दकोश के क्रमानुसार लिखिए-

उत्तर: आई, आती, चलती, जाती, देती, पाती, बनाती, बिखराती, लाती, सुस्ताई।

3. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित शब्दों के वचन बदलकर वाक्य दोबारा लिखिए-

(क) मैने अपने खेत में पानी दिया।

उत्तर: मैंने अपने खेतों में पानी दिया।

(ख) बच्चे मैदान में खेल रहे हैं।

उत्तर: बच्चा मैदान में खेल रहा है।

(ग) नदी सबको पानी देती है।

उत्तर: नदियाँ सबको पानी देती हैं।

(घ) सागर में लहरें उठ रही थीं।

उत्तर: सागर में लहर उठ रही थी।

(ङ) मैंने दीपावली पर दीया खरीदा।

उत्तर: मैंने दीपावली पर दीये ख़रीदे।

(च) रीमा ने फूल उठाया।

उत्तर: रीमा ने फूल उठाये।

लहर उठाती जाती है

लेकिन थकती कहीं नहीं

चाहे जितना पानी लो

मन में बुरा न लाती है।

एक दीए-सी जगर-मगर

सदा रहेगी जलती ही

1. ऊपर लिखी पंक्तियों के माध्यम से नदी हमें क्या-क्या सिखाती है?

उत्तर: ऊपर लिखी पंक्तियों के माध्यम से नदी हमें परोपकार करना सिखाती है और कभी भी किसी दूसरे के प्रति अपने मन में बुरा ख्याल न लाने की बात कहती है।

2. क्या नदी के इन गुणों को अपनाने से हमारे व्यवहार में अंतर आएगा? कैसे?

उत्तर: हाँ, नदी के इन गुणों को अपनाने से हमारे व्यवहार में सकारात्मक अंतर आएगा। जैसे, हमारा व्यक्तित्व निखरेगा, समाज में हमारा सम्मान बढ़ेगा और हम सदा के लिए इतिहास के पन्नों में अमर हो जाएँगे।

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