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DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Question Answer Lauh Purush

DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Question Answer Lauh Purush are prepared by Hindi subject experts. With the help of these solutions for Class 5 Hindi Bhasha Madhuri textbook, you can easily grasp basic concepts better and faster.

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Solutions of DAV Class 5 Hindi chapter 2 is help to boost the writing skills of the students, along with their logical reasoning.

Students of class 5 can go through Bhasha Madhuri chapter 2 Lauh Purush solutions to learn an effective way of expressing their answer in the DAV school Hindi exam.

DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Lauh Purush Solutions

DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Lauh Purush Solutions is given below. Here DAV Class 5 Hindi chapter 2 Lauh Purush question answer is provided with detailed explanation.

DAV Class 5 students are more likely to score good marks in Hindi Bhasha Madhuri exam if they practice DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Lauh Purush Question Answer regularly.

DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Question Answer Lauh Purush
DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Lauh Purush

Here, we provide complete solutions of DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Lauh Purush of Bhasha Madhuri Hindi Textbook.

These exercise of Hindi chapter 2 contains 15 questions and the answers to them are provided in the DAV Class 5 Hindi Chapter 2 Question Answer.

1. वल्लभ भाई को देश किस नाम से याद करता है? क्यों?

उत्तर: बचपन से ही वल्लभ भाई में त्याग, परिश्रम, दृढ़ता, नेतृत्व और संघर्ष की भावना थी जो आजीवन बनी रही। इन्हीं विशेष गुणों के कारण वल्लभ भाई को देश लौह पुरुष के नाम से याद करता है।

2. वल्लभ भाई ने अपने जीवन के विषय में कब निर्णय लिया था?

उत्तर: वल्लभ भाई ने दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद यह निर्णय लिया कि वे इंग्लैंड जाकर कानून की पढ़ाई पढ़ेंगे और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करेंगे।

3. वल्लभ भाई स्वतंत्रता संग्राम से किस प्रकार जुड़े?

उत्तर: वल्लभ भाई ने बिहार के चंपारन में नील की खेती करने वाले किसानों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सत्याग्रह प्रारंभ कर दिया। इसी बीच वे गाँधीजी के संपर्क में आए और उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों से बहुत प्रभावित हुए। इस तरह वे भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े।

4. सरदार पटेल ने अहमदाबाद की सभा में क्या कहा?

उत्तर: सरदार पटेल ने अहमदाबाद की सभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कल सारे नेता बंदी बना भी लिए जाएँ तब भी स्वतंत्रता संग्राम जारी रखना। मर जाना पर आगे बढ़ाया हुआ कदम पीछे मत हटाना।

5. स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल का सबसे बड़ा योगदान क्या था?

उत्तर: स्वतंत्र भारत में सरदार पटेल ने अपने नेतृत्वशक्ति, दृढ़ता और कूटनीति के बल पर 562 रियासतों को भारत में विलय होने के लिए राजी कर लिया जिससे एक सुदृढ़ तथा नए राष्ट्र भारत का निर्माण हुआ।

6. नीचे दिए गए कथन किसने किससे कहे?

(क) “यदि तुम शहर चले जाओगे तो खेत के काम-काज में मेरा हाथ कौन बँटाएगा?”

उत्तर: काका ने वल्लभ भाई से कहा

(ख) “मैं पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहता हूँ। कोई भी बाधा मुझे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती”।

उत्तर: वल्लभ भाई ने काका से कहा

(ग) “देखो किसी अज्ञात हितैषी ने मेरा इंग्लैंड जाने का टिकट भेजा है”।

उत्तर: विट्ठल ने वल्लभ भाई से कहा

(घ) “यह टिकट आप ले लीजिए। आपके ही नाम है”।

उत्तर: वल्लभ भाई ने विट्ठल से कहा

पाठ के आधार पर ठीक शब्द छाँटकर वाक्य पूरे कीजिए-

(क) मैं छुट्टियों में आकर खेत का काम-काज देख लिया करूँगा। (खेत/घर)

(ख) बचपन की यह दृढ़ता उनमें आजीवन बनी रही। (बचपन/किशोरावस्था)

(ग) कानून की पढ़ाई करना ही वल्लभ के जीवन का उद्देश्य बन गया। (उद्देश्य/ध्येय)

(घ) चिल्लाता हुआ उनका बड़ा भाई विट्ठल उनके पास आया। (छोटा बड़ा)

(ङ) वल्लभ भाई ने अपने बड़े भाई के हाथ से लिफ़ाफ़ा ले लिया। (टिकट/लिफ़ाफ़ा)

(च) गाँधी जी ने वल्लभ भाई को सरदार की उपाधि दी। (सरदार/वीर)

1. सब बच्चे मिलकर देश की आज़ादी की पूरी कहानी पर चर्चा कीजिए।

उत्तर: छात्र स्वयं करें।

2. ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ रखने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, संतों व विचारकों के बारे में पता करके कक्षा में बातचीत कीजिए।

उत्तर: गाँधीजी, विनोवा भावे, स्वामी विवेकानंद आदि ‘सादा जीवन उच्च विचार’ वाली भावना रखते थे।

1. यदि वल्लभ भाई अपने पिता के काम-काज में हाथ बँटाते तो वे क्या होते?

उत्तर: अगर वल्लभ भाई अपने पिता के साथ खेतों के काम-काज में उनका हाथ बँटाते तो वे बड़े होकर एक किसान बनते और देश एक बहुत ही अच्छे नेता से वंचित रह जाता।

2. यदि आप वल्लभ भाई की जगह होते तो क्या करने का फ़ैसला लेते और क्यों?

उत्तर: यदि मैं वल्लभ भाई की जगह होता तो मैं अपने छोटे भाई के इंग्लैंड जाने की टिकट को कभी भी नहीं लेता क्योंकि वल्लभ भाई ने बड़ी मुश्किलों से इंग्लैंड जाकर पढ़ाई करने के सपने को पूरा किया था।

1. मुहावरे भाषा को सुंदर बनाते हैं। नीचे दिए मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य बनाइए।

(क) मुँह लटकाना: उदास होना – अपनी मनपसंद चीज़ न पाकर रमेश का मुँह लटक गया।

(ख) ईंट से ईंट बजाना: युद्ध करना – स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत की स्वाधीनता हेतु अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध ईंट से ईंट बजा दी।

2. पाठ में आए कोई चार व्यक्तिवाचक और चार जातिवाचक संज्ञा शब्द लिखिए-

व्यक्तिवाचक संज्ञा- बिहार,दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, गुजरात, गाँधीजी

जातिवाचक संज्ञा- किसान, टिकट, रियासत, पुत्र, शहर

3. नीचे कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें रेखांकित शब्दों का लिंग पहचानकर लिखिए-

(क) कानून की पढ़ाई- स्त्रीलिंग

(ख) अपनी सज्जनता- स्त्रीलिंग

(ग) स्वतंत्रता संग्राम- पुल्लिंग

(घ) ‘सरदार’ की उपाधि- स्त्रीलिंग

(ङ) ओजस्वी वाणी- स्त्रीलिंग

(च) आँखों से आँसू- पुल्लिंग

(छ) अद्भुत कहानी- स्त्रीलिंग

स्वतंत्रता सेनानियों के महानायक महात्मा गाँधी ने सत्य व अहिंसा का पालन किया। इसी तरह सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन त्याग और दृढ़ता की कहानी कहता है।

1. हमारे लिए त्याग, दृढ़ता, परिश्रम, संघर्ष, सत्य, अहिंसा-जैसे जीवन मूल्यों को अपनाना जरूरी है, क्यों?

उत्तर: हमारे लिए त्याग, दृढता, परिश्रम, सत्य, अहिंसा जैसे जीवन मूल्य को अपनाना जरूरी है क्योंकि ये गुण ही हमें सामान्य से विशिष्ट की पंक्ति में लाकर खड़ा कर देते हैं। इन गुणों के कारण ही हमारा जीवन अनुकरणीय और स्मरणीय बन पाता है।

2. प्रत्येक भारतीय को सच्चा देशभक्त बनकर राष्ट्र की उन्नति के लिए काम करना चाहिए, क्यों?

उत्तर: प्रत्येक भारतीय को सच्चा देशभक्त बनकर राष्ट्र की उन्नति के लिए काम करना ही चाहिए क्योंकि यह नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है कि प्रत्येक नागरिक अपने राष्ट्र के उन्नति के लिए अपना योगदान दें। जिस देश ने हमें पहचान दी, जहाँ के हवा पानी से हमारा शरीर गठित हुआ उस देश के प्रगति के लिए हमारी भूमिका अत्यंत आवश्यक हैं।

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