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DAV Class 5 Hindi Chapter 15 Question Answer Andher Nagari

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DAV Class 5 Hindi Chapter 15 Question Answer Andher Nagari
DAV Class 5 Hindi Chapter 15 Andher Nagari

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DAV Class 5 Hindi Chapter 15 Andher Nagari Solutions is given below. Here DAV Class 5 Hindi chapter 15 question answer is provided with detailed explanation.

Highlights

DAV Class 5 students are more likely to score good marks in Hindi Bhasha Madhuri exam if they practise DAV Class 5 Hindi Chapter 15 Question Answer regularly.

1. अँधेर नगरी में सारी चीजें कितने में मिलती थीं?

उत्तर: अँधेर नगरी में सारी चीजें टके सेर में मिलती थीं।

2. गोबर्धनदास अँधेर नगरी में ही क्यों रहना चाहता था?

उत्तर: गोबर्धनदास अँधेर नगरी में ही रहना चाहता था क्योंकि इस नगर में कम भिक्षा मिलने पर भी भरपेट भोजन की व्यवस्था हो जाती थी।

3. फरियादी राजा के पास क्या फरियाद लेकर आया?

उत्तर: फरियादी राजा के पास यह फरियाद लेकर आया कि कल्लू बनिए की दीवार गिर जाने की वजह से उसकी बकरी दीवार के नीचे दबकर मर गई। अतः, उसके साथ इंसाफ़ किया जाए।

4. सिपाही गोबर्धनदास को क्यों पकड़ लेते हैं?

उत्तर: सिपाही गोबर्धनदास को फाँसी पर चढ़ाने के लिए पकड़ लेते हैं।

5. महंत ने गोबर्धनदास को कैसे बचाया?

उत्तर: महंत ने संकट में पड़े अपने शिष्य को अंतिम उपदेश देने के बहाने उसके कान में सारी योजना कह डाली और दोनों फाँसी पर चढ़ने की हुज्जत करने लगे। यह देखकर राजा ने पूछा कि मामला क्या है, तो महंत ने बताया कि यह ऐसी शुभ घड़ी है कि जो मरेगा सीधे स्वर्ग जाएगा। स्वर्ग जाने के लालच में राजा स्वयं फाँसी पर लटक गया। इस तरह महंत ने अपने शिष्य को बचाया।

6. एकांकी ‘अंधेर नगरी’ में सभी बकरी मरने का दोष दूसरे पर थोपते रहते हैं। लिखिए, किसने किसे और क्यों दोषी बनाया-

(क) फरियादी – कल्लू बनिया

उत्तर: उसकी दीवार के नीचे बकरी दब गई।

(ख) कल्लू बनिया – कारीगर

उत्तर: कारीगर ने ऐसी दीवार बनाई की गिर पड़ी।

ग. कारीगर – चूनेवाला

उत्तर: चूनेवाले ने चूना ऐसा खराब बनाया कि दीवार गिर पड़ी।

घ. चूनेवाला – भिश्ती

उत्तर: भिश्ती ने चूने में ज्यादा पानी डाल दिया।

1. महंत अँधेर नगरी में क्यों नहीं रहना चाहते थे? क्या आप उनसे सहमत हैं?

उत्तर: महंत एक अनुभवी और बुद्धिमान व्यक्ति थे। वे अँधेर नगरी में नहीं रहना चाहते थे क्योंकि उन्हें इस नगर के भावी संकट का ज्ञान हो चुका था। मैं भी महंत के विचारों से सहमत हूँ।

2. महंत ने अपने शिष्यों को अलग-अलग दिशाओं में क्यों भेजा होगा?

उत्तर: महंत ने अपने शिष्यों को अलग-अलग दिशाओं में इसलिए भेजा होगा ताकि दोनों शिष्य दोनों दिशाओं में जाकर नगर की जानकारी के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा भिक्षा ला सकें।

3. ‘भाजी’ और ‘खाजा’ क्या है?

उत्तर: भाजी शब्द का प्रयोग सब्जी के लिए किया जाता है और खाजा एक प्रकार की मिठाई का नाम है।

1. गोवर्धनदास ने सात पैसे में कौन-कौन-सी मिठाइयाँ खरीदी होंगी ?

उत्तर: गोबर्धनदास ने सात पैसे में बर्फी, लड्डू, पेड़ा आदि मिठाइयाँ खरीदी होंगी।

2. महंत ने गोवर्धनदास को क्या उपदेश दिया होगा?

उत्तर: महंत ने गोबर्धनदास को कोई उपदेश नहीं बल्कि फाँसी से बचने की तरकीब बताई होगी।

3. एकांकी का शीर्षक ‘अँधेर नगरी’ क्यों रखा गया होगा?

उत्तर: एकांकी का शीर्षक ‘अँधेर नगरी’ इसलिए रखा गया होगा क्योंकि इस नगर में प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है।

4. आप इस एकांकी के लिए कोई दो शीर्षक बताइए। साथ ही यह भी बताइए कि आपने ये शीर्षक क्यों चुने?

उत्तर: मैं इस एकांकी के लिए ‘महंत की समझदारी’ और ‘बकरी की मौत’ रखना चाहूँगा क्योंकि ये दोनों शीर्षक इस एकांकी के केंद्रीय भाव को अभिव्यक्त करने में पूर्णतः सक्षम हैं।

1. नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़िए-

(क) “चुप रह, राजा का हुक्म भला कहीं टल सकता है!”

(ख) “अरे बच्चा गोबर्धनदास, तेरी यह क्या दशा है?”

(ग) “यह क्या गोलमाल है?”

(घ) “वाह, वाह! बड़ा आनंद है।”

2. नीचे कुछ विशेषण दिए गए हैं। उन्हें उनके आगे दिए गए उचित विशेष्य से मिलाइए-

विशेषण          विशेष्य

सुंदर-              नगर

टका सेर-         भाजी

चौपट-             राजा

अँधेर-              नगरी

शुभ-                घड़ी

बड़ी-                भेड़

3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कोष्ठक से उपयुक्त शब्द चुनकर कीजिए-

(क) नगर तो बड़ा सुंदर है पर भिक्षा भी सुंदर मिले तो बड़ा आनंद हो। (भोग, रुपए, कपड़े, भिक्षा)

(ख) सात पैसे भीख में मिले थे उसी से साढ़े तीन सेर मिठाई मोल ली है। (तीन शेर, साढ़े तीन किलो, साढ़े तीन सेर)

(ग) इस समय ऐसी शुभ घड़ी में जो मरेगा सीधा स्वर्ग जाएगा। (सीधा शहर, सीधा स्वर्ग, सीधा अपने घर, नरक)

1. स्वर्ग जाने के लालच में राजा स्वयं फाँसी पर चढ़ गया। क्या यह न्याय सही था?

उत्तर: नहीं, स्वर्ग जाने के लालच में राजा का स्वयं फाँसी पर चढ़ जाना सही न्याय नहीं था।

2. आपकी समझ से बकरी के मरने का वास्तविक दोषी कौन था? कारण भी बताइए। (दीवार, बनिया, गडरिया, कोतवाल, भिश्ती, चूनेवाला, कारीगर, कोई नहीं)

उत्तर: मेरी समझ से बकरी की मौत का वास्तविक दोषी कारीगर था क्योंकि कारीगर होने के नाते उसे यह पता होना चाहिए कि चूने में कितना पानी मिलाया जाना चाहिए। अगर चूनेवाले ने चूने में ज्यादा पानी मिला भी दिया तो उसे उस चूने से दीवार खड़ा नहीं करना चाहिए था।

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